Solar Rooftop Panel: सौर ऊर्जा को बढ़ावा दिए जाने की योजना के तहत ऊर्जा मंत्रालय ने रूप टॉप सोलर पावर प्लांट (Rooftop solar power) लगाए जाने की योजना में बदलाव किया है। अब उपभोक्ता अपनी पसंद के सोलर प्लांट अपनी छत पर लगवा सकेंगे। Solar Rooftop की देखरेख के लिए एक राष्ट्रीय पोर्टल बनाया जायेगा।
Roof Top Solar Power Plant से जुड़ी जरुरी बातें
सोलर प्लांट लगाने की मंजूरी | 15 दिन के भीतर सोलर प्लांट लगाने की मंजूरी मिल जाएगी. |
सोलर प्लांट एग्रीमेंट | एग्रीमेंट 5 सालों के लिए होता है |
सोलर प्लांट लगवाने के लिए | राष्ट्रीय पोर्टल पर नेट मीटर के लिए आवेदन करना होगा |
बैंक अकाउंट में सब्सिडी | सोलर प्लांट लाभार्थी के बैंक खाते में सब्सिडी राशि डाली जाती है |
आधिकारिक वेबसाइट | पूरी जानकारी आधिकारिक वेबसाइट www.solarrooftop.gov.in पर उपलब्ध होती है |
इस तरह से लगेगा छत पर Roof Top Solar Power Plant
छत पर सोलर प्लांट (Solar Rooftop Panel) लगवाने के लिए राष्ट्रीय पोर्टल पर नेट मीटर के लिए आवेदन करना होगा। बिजली कंपनी आवेदक को निर्धारित निर्देश के तहत नेट मीटर (net meter) खरीदने को कहेगा। इसकी जांच बिजली कंपनी के स्तर पर होगी और जांच के निर्णय को को पोर्टल पर डाल दिया जाएगा। नेट मीटर लगने के बाद बिजली कंपनी के अधिकारी राष्ट्रीय पोर्टल पर उसे शुरू करने तथा निरीक्षण रिपोर्ट पेश करेंगे।
Roof Top Solar Plant
न्यू एंड रिन्यूएबल एनर्जी मंत्रालय ने कहा कि डिस्कॉम के स्तर पर समान प्रारूप में एक पोर्टल होगा और दोनों पोर्टलों को जोड़ा जाएगा। जो घरेलू लाभार्थी रूफटॉप सोलर प्लांट (Solar Rooftop Panel) लगवाना चाहता है वह राष्ट्रीय पोर्टल पर आवेदन कर सकता है। इस आवेदन को करने के लिए लाभार्थी को आवश्यक जानकारी जमा करनी होगी जिसमें बैंक खाते का विवरण भी शामिल होगा जहां सब्सिडी राशि भी दी जाएगी।
15 दिन में मिल जाती है आवेदन की मंजूरी
रूफटॉप सोलर प्लांट (Rooftop Solar Plant) में आवेदन करने के लिए बिजली घर को ऑनलाइन ट्रांसफर कर दिया जाता है जिसके 15 दिन के भीतर सोलर प्लांट लगाने की मंजूरी मिल जाएगी। सोलर प्लांट लगाने के बाद MNRE मंत्रालय एग्रीमेंट का फॉर्मेट जारी करेगा जो आपके और आपके वेंडर के बीच होगा। एग्रीमेंट 5 सालों के लिए होता है। आपको एक समय अवधि के लिए अपनी छत पर सोलर प्लांट लगवाना होता है।
FAQ
ग्रिड कनेक्टेड रूफटॉप सोलर पीवी सिस्टम क्या है?
ग्रिड से जुड़े रूफटॉप या छोटे सौर फोटोवोल्टिक सिस्टम में डीसी पावर सौर पैनल से उत्पन्न पावर कंडीशनिंग का उपयोग करके एसी पावर में परिवर्तित किया जाता है। यूनिट, इन्वर्टर और ग्रिड को फीड किया जाता है। ग्रिड से जुड़े रूफटॉप सोलर के संचालन के तरीके को पीवी सिस्टम कहा जा सकता है।